विनेश ठाकुर : समाज हित केलिए पूर्ण समर्पित तन,मन,धन,से और अपने स्वास्थ्य व परिवार की भी परवाह न करते हुए ||
कैलाश कुमार जिला रिपोर्टर // मुरादाबाद यूपी

भी पूरी लग्न और निस्वार्थ भाव से कार्य करने के बावजूद अपने समाज का सहयोग और विश्वास सही रूप से प्राप्त नहीं होने पर व्यथित मनऔर मायूसी भरे दिल से अपना मान सम्मान दाॅवपर लगाकर भी समाज के स्वजनोंऔर सम्मानित सदस्यों व सहयोगियों का ऐच्छिक समर्थन पूरा प्रयास करने पर भी प्राप्त नहीं हो रहा है, इसी सोच केसाथ व्यथित मन के उद्दगार सरल और स्पष्ट रूप में सुनो मित्रों चाहें कोई मेरा अपना हों या खुद को मेरा विरोधी समझने वाला नंदवंशी ,सभी मेरे अपने हैं शोसल मीडिया पर शब्दों का ख्याल रखो क्योंकि लिखकर सम्बन्ध खराब करने में एक मिनट लगता है और बनाने में वर्षों लग जाते हैं मेरे समाज का तो बदमाश भी मुझे पसंद है और यदि समाज के सच्चे शुभचिंतक हो तो शांत होकर मछली की आंख पर निशाना बनाकर चलों मैंने जीवन के साठ साल काट दिए अपने संघर्षों से थोड़ा बहुत सम्मान पा सका हूं। आप लोग खासकर युवा अपने भविष्य पर ध्यान दो हम कुछ बड़ा करने की योजना पर काम कर रहे हैं कोई व्यक्ति, पार्टी या संगठन हमारे दुश्मन नहीं है और सुनो अनरजिस्टर्ड ही रजिस्टर्ड होते हैं रजिस्टर्ड को रजिस्टर्ड करने की आवश्यकता नहीं होती जन सेवा दल आठ माह का बच्चा दौड़ने लगा है रजिस्ट्रेशन की एक संवैधानिक प्रक्रिया है आप लोग भी जो चाहो तो रजिस्ट्रेशन करा सकते हो मैं 20 साल से अखबार का संपादक हूं मुझे सब पता है की कैसे क्या होता है आप लोगों का अधिकार है कि आप मुझे गाली भी दे सकते हो क्योंकि दूसरा तो आपकी गाली सुनने से रहा, मैंने समाज को सत्ता में ले जाने का बीड़ा उठाया है जिसमें दोस्त दुश्मन सभी कारगर साबित होंगे ,मैं चाहता हूं जो जिस पार्टी में काम कर रहा है यदि उसको अपना भविष्य दिखाई देता है तो वह करता रहे मैं कभी उनको अपने साथ लाने का प्रयास भी नहीं करता क्योंकि अन्य जातियों में एक परिवार के लोग चार जगह राजनीति करते हैं लेकिन वो इस्टैबलिश्ड कौम होती है मैं हमेशा कहता रहा हूं कि मुझे नेता तैयार करने हैं नेताओं की आवश्यकता नहीं है और सच कह दूं तो मैं तो पत्रकार था पत्रकार रहूंगा मुझे नेता बनना भी नहीं है लेकिन अभी तक हमारे समाज में विधायक सांसद तो क्या बनता नेता कोई नहीं बन सका है
यदि कोई व्यक्ति मेरे विजन पर चलकर जन सेवा दल की कमान संभालना चाहे तो मैं उसके लिए भी तैयार हूं मैं पहले से कहता रहा हूं कि जितना काम मैं जिम्मेदारी से अलग रहकर कर सकता हूं इतना पार्टी का जिम्मेदार बनकर नहीं कर सकता
लेकिन आज की सरकार में पार्टी बनाकर चर्चित करना खतरनाक है मेरी नजर में पार्टी की कोई वैल्यू नहीं है सत्ता की वैल्यू है और पार्टी बिना सत्ता नहीं मिल सकती क्योंकि पार्टी तो देश भर में 2800 से ज्यादा रजिस्टर्ड है अभी 700 पार्टियां तो निरस्त कर दी गई है जो पार्टियां चुनाव से पहले रजिस्ट्रेशन पाएंगी शायद वही चुनाव लड़ पाएंगी और बड़ी पार्टियों के अलावा किसी पार्टी के पास चुनाव निशान नहीं है सभी को चुनाव के समय चुनाव निशान मिलेगा,
रजिस्ट्रेशन लेना मेरा मामला है मैं अब तक करोड़ों रुपए खर्च करके जन सेवा दल को बिना रजिस्ट्रेशन के ही चर्चाओं में ले आया हूं जिसे आज देश की बड़ी-बड़ी पार्टियां जानती हैं और बड़े-बड़े नेता और अधिकारी मेरे साथ चल रहे हैं कुछ तो क्वालिटी है ही, मैं चाहता हूं मेरे समाज के लोग अनावश्यक बातों से बाहर निकल कर जनसंख्या को ध्यान में रख सत्ता के लक्ष्य की ओर दौड़े मैं तो इनके अंदर राष्ट्रीय प्रांतीय मंडलीय और जिला विधानसभा पदाधिकारी बनाकर सत्ता की भूख जगाने निकला हूं जिसमें मुझे सफलता आज तक बनी पार्टियों में सबसे ज्यादा मिल रही है इसे ईश्वर का आशीर्वाद कहा जाए या आप लोगों की दुआ यह समाज अब सत्ता की ओर दौड़ने लगा है आज देश भर में शायद ही कोई ऐसा राज्य हो जिसमें जन सेवा दल की चर्चा तेजी से ना हो रही हो ।
आप लोग नेगेटिव बातों पर ध्यान न कर नंद वंश को सत्ता में ले जाने की योजना पर काम करें मैं नहीं कहता कि मेरे साथ काम करें जहां भी काम करें केवल सत्ता का लक्ष्य रखें सत्ता ही प्रत्येक ताले की मास्टर चाबी है मैं आज भी दावे के साथ कहता हूं की हम लोग आजादी के बाद से अब तक विभिन्न पार्टियों पर भरोसा करते रहें और उनकी नीतियों पर चलना हमारी मजबूरी रही है मैं चाहता हूं कि हमारे लोग अपने प्लेटफार्म पर अपनी नीति और नियत बनाकर ही आगे बढ़ सकते हैं जैसे विनेश ठाकुर ने अखबार का मालिक बनकर तमाम पत्रकार बना डाले यह अलग बात है कि जितने नंदवंशी पत्रकार बनाए वह मुझे ही आंख दिखाते नज़र आए खैर इसी तरह से हम पार्टी के मालिक बनकर विधायक सांसद बना सकते हैं क्योंकि कोई पार्टी आज भी इस बात की गारंटी लेने को तैयार नहीं है कि हम नंदवंशियों को पांच 10 टिकट देने जा रही हैं और यदि जन सेवा दल मजबूती से खड़ा हो जाता है तो ओमप्रकाश राजभर संजय निषाद अनुप्रिया पटेल की तरह बड़े दल नंदवंशियों को भी थाली में सजाकर जनसंख्या अनुपात में टिकट देने का काम करेंगे, सपा कहेगी हम 10 देते हैं भाजपा कहेगी 20 देते हैं बसपा कहेगी 30 देते हैं लेकिन कब ,जब हम लोग इन बड़े दलों के कंपीटीटर के रूप में बनकर उभरेंगे
वरना आज यदि मैं चुनाव लड़ जाऊं तो समाज के बल पर 100 से ज्यादा वोट नहीं पा सकता इसलिए मित्रों आपस में न उलझ कर अपनी अपनी पार्टियों से उलझने का काम करो क्योंकि संविधान और विज्ञान से बड़ा कोई ग्रंथ नहीं है और विधानसभा और लोकसभा से बड़ा कोई मंदिर नहीं है बाकी आप लोगों की मर्जी ,यदि जन सेवा दल से आप लोगों को ईर्ष्या हो रही हो तो मैं इसको बंद कर देता हूं क्योंकि मेरा लक्ष्य अपने लिए नहीं इस समाज के लिए है जिसको दो कौड़ी का आदमी जाति का अपमान करके चला जाता है और हम अपने ही अपमान को वायरल कर उसकी टीआरपी बढ़ा देते हैं
कर्पूरी जी मुख्यमंत्री बने तब भी उनको कितना अपमान झेलना पड़ा यह केवल जाति के कारण था आज हम लोग भले ही कितने भी नंदवंशी, ठाकुर, श्रीवास्तव सैन सविता नंद बनते रहें शर्मा वर्मा श्रीवास्तव बने लेकिन वास्तविकता से आप लोग भलि भांति परिचित हैं इसलिए ध्यान रखें की कभी सामने से मुलाकात हो तो नजरे ना झुकनी पड़े यदि मैं किसी को स्वयं ही गलत शब्द कह दूं तो उसके सामने खड़ा होकर नजर नहीं मिला पाऊंगा क्योंकि समाज में कोई अमीर गरीब या छोटा बड़ा नहीं होता उम्र का सम्मान होता है सारे भेदभाव बुलाकर सत्ता के विजन पर जुटे खास करके जनसेवा दल के पदाधिकारीयों से कहना चाहता हूं की समाज के व्यक्ति का विरोध हमारालक्ष्य हिस्सा डकारने वाले और अनदेखी करने वाले लोगों को विरोधी मानकर सत्ता छीन कर हासिल करना है आओ शपथ ले कि हम एक दूसरे के दुश्मन ना बने और अपने मिशन में कामयाब हो समाज के किसी व्यक्ति को हमसे कष्ट ना हो और सुनो हम दस ज़िले ऐसे छांट लें जहां जितनी सीटें हों उन्हें आपस की आठ दस जातियों में बांटकर उनके सहयोग से अपने और अपने सहयोग से उनके विधायक जिता सकें मेरा लक्ष्य मुख्यमंत्री से नीचे का नहीं है। विनेश भईया लखनऊ से




