सुरों संस्कारों और सौहार्द की रोशनी में सजा डॉन बास्को का क्रिसमस उत्सव |
राहुल कुमार संपादक // ग्रेटर नोएडा यूपी
लखीमपुर । जब उल्लास, करुणा और संस्कार एक साथ मंच पर उतरते हैं, तब उत्सव केवल आयोजन नहीं रहता वह प्रेरणा बन जाता है। कुछ ऐसा ही मनोहारी दृश्य डॉन बास्को देउवा पुर, लखीमपुर में क्रिसमस डे के पावन उपलक्ष्य में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में देखने को मिला, जहाँ बच्चों की मासूम प्रस्तुतियों ने प्रेम, मानवता और सद्भाव का संदेश बिखेर दिया।
क्रिसमस की भावना से ओतप्रोत कार्यक्रम में यूकेजी से लेकर कक्षा आठ तक के बच्चों ने प्रभु यीशु के जीवन, उनके त्याग और प्रेम के संदेश को गीत, नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से जीवंत कर दिया। सुर-संगीत के ताने-बाने से सुसज्जित मंच पर बच्चों की सुरीली आवाज़ें और थिरकते कदम उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध करते रहे। हर प्रस्तुति पर पूरा सभागार करतल ध्वनि से गूंज उठा।
कार्यक्रम के दौरान फादर बिराज ने प्रभु यीशु के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए मानवता, सेवा और प्रेम का संदेश दिया, जो सभी के हृदय को छू गया। वहीं सेंटा क्लॉज के रूप में सजे पात्र ने बच्चों में खुशियों की सौगात बाँटी टॉफियां और उपहार पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे। क्रिसमस उत्सव को रचनात्मकता का रंग देने हेतु यूकेजी से कक्षा आठ तक तीन वर्गों में क्लास डेकोरेशन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें यूकेजी- ए , कक्षा 4- ए व 7-बी ने सबसे उत्तम प्रदर्शन कर विजय प्राप्त की । इस प्रतियोगिता का निर्णयन तीन जजों (प्रधानाचार्य फादर बिराज , उपप्रधानाचार्य फादर स्टीफन तथा प्रधानाचार्य दिन बॉस्को, मैलानी )की निर्णायक मंडली द्वारा किया गया। प्रतियोगिता में विजयी छात्रों एवं उनके मार्गदर्शक अध्यापकों को सम्मानपूर्वक पुरस्कृत किया गया। यह सम्मान केवल पुरस्कार नहीं, बल्कि बच्चों की कल्पनाशीलता, टीमवर्क और शिक्षकों की प्रेरणादायी भूमिका का उत्सव था। साथ ही जिन बच्चों ने परीक्षा में सभी विषयों में पूर्ण अंक प्राप्त किए , उन्हें भी पुरस्कृत किया गया । कुल मिलाकर डॉन बास्को, लखीमपुर का यह क्रिसमस आयोजन आनंद, अनुशासन और आदर्शों का संगम बनकर उभरा जहाँ बच्चों ने न केवल मंच पर प्रदर्शन किया, बल्कि अपने व्यवहार और भावों से प्रेम, सेवा और मानवता का अमिट संदेश भी दिया।





