डॉन बॉस्को के वार्षिक महोत्सव “एक ही शाम में दिखा विश्व संस्कृति का अद्भुत संग |


लखीमपुर खीरी । दऊवापुर रोड स्थित डॉन बॉस्को स्कूल का परिसर आज सांस्कृतिक विविधता के रंगों, उत्साह की उजास और वैश्विक समरसता की धुनों से सराबोर हो उठा। विद्यालय का वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव “Around the World in One Evening” ऐसा जीवंत मंच बना, जहाँ एक ही शाम में दर्शकों ने पूरी दुनिया की कला, संस्कृति, परंपरा और सृजनशीलता का अद्भुत संसार निहारा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मोस्ट रेव. डॉ. जेराल्ड जॉन माथियास, बिशप ऑफ लखनऊ, ने बाल प्रस्तुतियों को भारत की उभरती प्रतिभा और वैश्विक बंधुत्व का प्रतीक बताते हुए कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों में संस्कार, अनुशासन और रचनात्मकता के नए आयाम गढ़ते हैं। विशिष्ट अतिथि डॉ. इरा श्रीवास्तव, चेयरमैन, नगर पालिका परिषद लखीमपुर, ने विद्यार्थियों की कल्पनाशीलता और विद्यालय की उत्कृष्ट तैयारी की सराहना करते हुए कहा कि यही पीढ़ी भारत की वैश्विक पहचान को नई चमक देगी। जिला विद्यालय निरीक्षक विनोद मिश्रा ने भी प्रेरणादायी संबोधन देते हुए बच्चों की मेहनत और समर्पण को प्रशंसनीय बताया। रंग-बिरंगे परिधानों, देशों की झांकियों, नृत्य-संगीत और कलात्मक अभिव्यक्तियों से सजी यह शाम ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की आत्मा को साकार करती दिखाई दी। प्रार्थना नृत्य से आरंभ हुए समारोह में वैश्विक जॉय राइड, पंजाबी नृत्य, सामाजिक व पर्यावरणीय संदेशों से युक्त प्रस्तुतियाँ, जापान और साउथ अफ्रीका की सांस्कृतिक यात्राएँ, सोशल मीडिया के प्रभाव पर रचनात्मक मंचन, तथा भारतीय विभूतियों पर आधारित प्रस्तुतियों ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। बाल कलाकारों के थिरकते कदम, सुरमई स्वरों की लय, और विश्व संस्कृति के समन्वित रंगों ने कार्यक्रम को एक प्रतीकात्मक वैश्विक उत्सव में बदल दिया। विद्यालय प्रबंधन, शिक्षकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों के सहयोग से यह आयोजन न केवल सफल रहा, बल्कि लखीमपुर की सांस्कृतिक स्मृतियों में एक अविस्मरणीय अध्याय बनकर अंकित हो गया, एक ऐसी शाम, जिसने वास्तव में दुनिया को एक परिवार होने का सौम्य संदेश दिया।




